*💫बहुत सुन्दर सन्देश💫*
पत्थर🖱तब तक सलामत है जब तक वो पर्वत से जुडा है।
पत्ता 🍂तब तक सलामत है जब तक वो 🌴पेड से जुडा है।
इंसान 👳तब तक सलामत है जब तक वो 👪परिवार से जुडा है।
क्योंकि परिवार 👪से अलग होकर आजादी तो मिल जाती है लेकिन संस्कार 👏🏻चले जाते हैं।
*मिट्टी* का *मटका* और *परिवार* की *कीमत* सिर्फ बनाने वाले को पता होती है तोडने वाले को नही।
संघर्ष पिता से सीखिये और संस्कार माँ से सीखिये बाकी सब कुछ दुनिया सिखा देगी...!!!
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